बडे़-बडे़ लछ्य छोटे पड़ते ऐसी एकता की ताकत बेजोड़। बडे़-बडे़ लछ्य छोटे पड़ते ऐसी एकता की ताकत बेजोड़।
देख लेंगे जब पहुँचेंगे उसके दरबार में वहाँ भी जा खडे होंगे काफिरों की कतार में । देख लेंगे जब पहुँचेंगे उसके दरबार में वहाँ भी जा खडे होंगे काफिरों की कतार में ...
मौज-मस्ती रहे संग-संग। मौज-मस्ती रहे संग-संग।
वो सुनहरे दिन बहुत याद आते हैं, सपने और हकीकत में फर्क समझ गए। खो गया बचपन, क्योंकि अब हम ब... वो सुनहरे दिन बहुत याद आते हैं, सपने और हकीकत में फर्क समझ गए। खो गया बच...
न सर्दी न गर्मी, मौसम सुहाता हँसी खुशी की खुशबू जीवन महकाता। न सर्दी न गर्मी, मौसम सुहाता हँसी खुशी की खुशबू जीवन महकाता।
तो कैसे होने देते बेकार क्यूँकि ना मिलता मौक़ा बार बार। तो कैसे होने देते बेकार क्यूँकि ना मिलता मौक़ा बार बार।